शिर्डी साईंबाबा मंदिर आज दोपहर 3 बजे साईं भक्तों के लिए बंद कर दिया गया। इस बंदी के बाद जादा भीड़ वाली जगह जैसे साईं मंदिर, भोजनालय, भक्ति निवास, ऑनलाइन दर्शन पास भी बंद होगे। बंदी की खबर मिलते ही बाबा के दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं की भीड़ अचानक बढ़ गई। दो बजे बजे तक मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खुले थे और लाइन में लगे लोगों को तीन बजे तक दर्शन करवाया गया।
हालांकि, साईं संस्थान का हॉस्पिटल खुला रहेगा। यह बंदी अगले आदेश तक जारी रहेगी। 3 बजे से ही त्र्यंबकेश्वर और शनि शिंगणापुर को भी भक्तों के लिए बंद कर दिया गया है। इससे पहले सिद्धिविनायक मंदिर और पुणे के दगडूसेठ गणपति मंदिर भी आज सुबह से अनिश्चितकाल के लिए बंद हैं।
त्र्यंबकेश्वर मंदिर भी 3 बजे से होगा बंद
12 ज्योतिर्लिंगों में से एक त्र्यंबकेश्वर मंदिर को भी आज शाम 3 बजे के बाद से भक्तों के लिए बंद कर दिया जाएगा। सोमवार को हुई मंदिर ट्रस्ट की बैठक में यह निर्णय लिया गया। ट्रस्ट से मिली जानकारी के अनुसार, इससे पहले मंदिर को हर दो घंटे में केमिकलयुक्त पानी से धोया जा रहा था। ज्यादातर भक्त मास्क पहनकर मंदिर में आ रहे थे।
बंदी के बावजूद सिद्धिविनायक पहुंचे भक्त
सिद्धिविनायक मंदिर अपने निर्माण के बाद पहली बार बंद किया गया है। हालांकि, मंदिर की डिस्पेंसरी को भक्तों के लिए चालू रखा गया है। बंदी के बावजूद मंगलवार को भारी संख्या में लोग सिद्धिविनायक मंदिर में बाहर से दर्शन के लिए पहुंचे। कई लोगों ने गेट के बाहर खड़े होकर बप्पा को नमन किया।
दगड़ूसेठ हलवाई मंदिर भी हुआ बंद
पुणे के श्रीमंत दगड़ूसेठ हलवाई गणेश मंदिर को 17 मार्च से अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है। इससे पहले मंदिर में दर्शन से पहले भक्तों के हाथों का सैनिटाइजेशन अनिवार्य कर दिया गया था। भक्तों को मास्क पहनकर आने का निर्देश भी मंदिर प्रशासन की ओर से दिया गया था। उस्मानाबाद के तुलजा भवानी मंदिर में भी 31 मार्च तक भक्तों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।
पंढरपुर का विट्ठल रुक्मणि मंदिर भी हुआ बंद
दक्षिण के तीर्थ के रुप में प्रसिद्द पंढरपुर के विट्ठल-रुक्मणि मंदिर को भी अनिश्चितकाल के लिए बंद किया गया है। मंदिर की ओर से दी गई जानकारी के अनुसान, भक्तों की सुरक्षा को देखते हुए मंदिर ट्रस्ट ने यह फैसला लिया है। कोरोनावायरस के सबसे अधिक केस महाराष्ट्र (अब तक 39) पाए गए हैं। मुंबई में कोरोना के एक मरीज ने मंगलवार को दम तोड़ दिया। बढ़ते मामलों को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं के लिए कपाट बंद करने का फैसला किया है।
शनि शिंगणापुर मंदिर भी हुआ बंद
शनि धाम यानि शनि शिंगणापुर मंदिर को भी कोरोना के कारण अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। इससे पहले इसे दिन में तीन बार धोया जा रहा था। हालांकि, भक्तों के आने-जाने और दर्शन या शिला पर तेल चढ़ाने को लेकर कोई पाबंदी नहीं थी।